समिति का उद्देश्य एक भ्रष्टाचार मुक्त भारत के निर्माण की दिशा में लोगों को जागरूक करना है। इसके तहत पारदर्शिता, ईमानदारी और निष्ठा को बढ़ावा देने हेतु अभियान चलाए जाते हैं।
पर्यावरण संरक्षण हमारी सामाजिक जिम्मेदारी है। समिति वृक्षारोपण, जल संरक्षण और स्वच्छता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करती है ताकि आने वाली पीढ़ी स्वच्छ और हरित वातावरण में जीवन जी सके।
समिति समाज के प्रत्येक वर्ग की सहायता के लिए तत्पर है। वस्त्र वितरण, भोजन वितरण, रक्तदान शिविर, वृक्षारोपण और वृद्धजन सहायता जैसे कार्यों के माध्यम से सेवा की भावना को बढ़ावा दिया जाता है।
महिलाएँ समाज की रीढ़ हैं। समिति उन्हें आत्मनिर्भर बनाने हेतु सिलाई-कढ़ाई, हस्तकला, कंप्यूटर एवं स्वरोजगार प्रशिक्षण केंद्र संचालित करती है तथा उन्हें उनके अधिकारों और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करती है।
गरीब परिवारों की बेटियों के सामूहिक विवाह का आयोजन कर समिति दहेज जैसी बुराइयों को समाप्त करने का प्रयास करती है। साथ ही विवाह सहायता के माध्यम से आर्थिक और सामाजिक सहयोग भी प्रदान किया जाता है।
सरकारी योजनाएँ तभी सफल होती हैं जब उनका लाभ सही व्यक्ति तक पहुँचे। समिति ग्रामीण जनता को पेंशन, किसान सम्मान निधि, उज्ज्वला योजना, मनरेगा आदि योजनाओं का लाभ दिलाने में सहायता करती है।
कृषि हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। समिति किसानों को आधुनिक तकनीक, जैविक खेती, मिट्टी परीक्षण, फसल बीमा और सरकारी योजनाओं की जानकारी देती है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।
स्वास्थ्य ही जीवन की सबसे बड़ी पूँजी है। समिति गाँवों में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर, दवा वितरण, महिला स्वास्थ्य जांच और मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता अभियान आयोजित करती है। बच्चों के टीकाकरण और पोषण पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
शिक्षा हर परिवर्तन की नींव है। हमारी समिति ग्रामीण क्षेत्रों में निःशुल्क शिक्षण केंद्र चलाती है, जहाँ गरीब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाती है। वयस्क साक्षरता अभियान और व्यावसायिक प्रशिक्षण से युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाते हैं।